पर्यटन एवं आतिथ्य  |  इन्वेस्ट यूपी की आधिकारिक वेबसाइट, उत्तर प्रदेश सरकार, भारत

सेक्टर

पर्यटन एवं आतिथ्य

त्वरित मेनू

भारत में परिदृश्य

  • पर्यटन तथा आतिथ्य सेक्टर, मेक-इन-इंडिया कार्यक्रम का एक अभिन्न अंग है, जो एक महत्वपूर्ण आर्थिक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है एवं रोजगार सृजन एवं तीव्र विकास को प्रोत्साहित करता है।
  • पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सभी राज्यों की सक्रिय भागीदारी, सरकारी कार्यक्रमों के समन्वय एवं प्रभावशाली सार्वजनिक-निजी सहभागिता के माध्यम से इस सेक्टर को प्रोत्साहित करने हेतु समर्पित है। यह दूरदर्शी दृष्टिकोण चयनित 50 स्थलों में समग्र विकास करने में सहायक होगा।
  • प्रगतिशील दृष्टिकोण अपनाते हुए पर्यटन उद्योग में ऑटोमेटिक रूट के अंतर्गत 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का भारत स्वागत करता है।
  • इसके अतिरिक्त, पर्यटन निर्माण परियोजनाओं हेतु 100% एफडीआई की अनुमति है, जिसमें उत्कृष्ट होटल, रिसॉर्ट तथा अद्वितीय मनोरंजनात्मक सुविधाओं का विकास सम्मिलित है।
  • सकल घरेलू उत्पाद, डब्ल्यू.टी.टी.सी. (2021) में यात्रा एवं पर्यटन के कुल योगदान में छठा स्थान
  • यात्रा एवं पर्यटन रोजगार, डब्ल्यू.टी.टी.सी. (2021) की दृष्टि से दूसरा स्थान
  • विश्व आर्थिक मंच यात्रा एवं पर्यटन विकास सूचकांक (2024) में 39वें स्थान पर
  • 0.73 बिलियन स्वदेशी पर्यटकों द्वारा समस्त राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों (2022) में भ्रमण
  • भारत में एफटीए की वार्षिक वृद्धि दर 0.4% (2022)
  • पर्यटन से $0.07 बिलियन विदेशी मुद्रा की आय
  • विश्व में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन प्राप्तियों में भारत की भागीदारी 0.64%

उत्तर प्रदेश में परिदृश्य

  • विभिन्न थीम आधारित पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु पर्यटन सर्किट चिन्हित किए गए हैं। प्रमुख स्थलों को आच्छादित करते हुए बौद्ध सर्किट के विकास पर केंद्रित कार्य किया गया है।
  • 24 पक्षी अभयारण्य, 11 वन्यजीव अभयारण्य एवं 1 राष्ट्रीय उद्यान।
  • आयुर्वेद तथा स्वास्थ्य प्रथाओं की समृद्ध परंपरा।
  • यूनेस्को विश्व धरोहर स्मारक – 3 स्थल – ताजमहल, फतेहपुर सीकरी एवं आगरा फोर्ट।
  • अयोध्या, वाराणसी, वृंदावन, मथुरा जैसे अंतर्राष्ट्रीय महत्व के धार्मिक तथा सांस्कृतिक स्थल
  • विशाल गंगा नदी की उपस्थिति के साथ, राज्य में रिवर राफ्टिंग, कयाकिंग एवं ट्रैकिंग जैसी ऐडवेंचर टूरिज़्म गतिविधियों के अवसर उपलब्ध हैं।

प्रमुख कंपनियां

इस उद्योग में प्रमुख विकास

लखनऊ, नोएडा तथा आगरा में मुख्यतः व्यावसायिक उद्देश्यों हेतु होटल एवं पाँच सितारा श्रेणी के होटल स्थापित हैं, जो व्यापारिक यात्रियों की बढ़ती आवासीय मांग की पूर्ति हेतु कार्यरत हैं।

प्रमुख होटल श्रृंखलाओं की उपस्थिति

नीतियां एवं योजनाएं

नीति की विशेषताएं

  • ₹5 करोड़ तक के बैंक ऋण पर 5 साल की अवधि हेतु 5% ब्याज सब्सिडी
  • बिक्री/पट्टे/हस्तांतरण के लिए पहले लेनदेन पर 100% स्टाम्प ड्यूटी
  • पर्यटन संबंधी गतिविधियों हेतु शैक्षणिक संस्थानों में गठित युवा क्लबों को एक वर्ष के लिए ₹10,000 के एकमुश्त अनुदान के रूप में कौशल विकास सब्सिडी प्रदान की जाएगी
  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित हेरिटेज होटलों को आबकारी लाइसेंस शुल्क में 50% की छूट

विरासत संपत्तियों हेतु विशिष्ट प्रोत्साहन

  • वास्तुकला को प्रभावित किए बिना पूंजीगत लागत पर 25% सब्सिडी
  • ₹5 करोड़ तक के बैंक ऋण पर 5 वर्ष की अवधि हेतु 5% सब्सिडी
  • स्टाम्प ड्यूटी तथा भूमि उपयोग रूपांतरण पर 100% छूट
  • पहले वर्ष के आबकारी लाइसेंस शुल्क के 50% की प्रतिपूर्ति

अन्य प्रमुख प्रोत्साहन

  • रोजगार सृजन सब्सिडी: 5 वर्ष की अवधि हेतु ईपीएफ व्यय की 100% प्रतिपूर्ति
  • सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) सक्षमता हेतु प्रोत्साहन: उपकरण क्रय लागत के 25% की एकमुश्त सहायता

निवेश के प्रमुख अवसर

  • पर्यटन अवस्थापना सुविधाएं

    पर्यटकों की आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु होटल, वेलनेस सेंटर तथा रिसॉर्ट, खेल रिसॉर्ट, बजट होटल, टेंट आवास, इको-टूरिज्म रिसॉर्ट, हेरिटेज होटल, हेरिटेज होमस्टे, फ्लोटेल, स्विस कॉटेज का विकास

  • थीमेटिक पर्यटन

    वन्यजीव, प्रकृति तथा पारिस्थितिकी पर्यटन, साहसिक पर्यटन, ग्रामीण पर्यटन क्षेत्रों में थीम-आधारित सुविधाओं की स्थापना

  • अनुभवात्मक पर्यटन

    अंतर्देशीय जल तथा क्रूज-आधारित पर्यटन सेक्टर में पर्यटकों हेतु सुविधाओं का विकास; वनों, जलाशयों, जल निकायों तथा अन्य पारिस्थितिकी स्थलों जैसे पारिस्थितिकी पर्यटन स्थलों में आवास निर्माण, जहां पर्यटक वनस्पतियों एवं जीवों का आनंद ले सकें

  • फोकस पर्यटन गंतव्य

    प्रारंभ से अंत तक सभी पर्यटक संपर्क बिंदुओं पर एक समग्र अनुभव हेतु विकास

  • टूरिस्ट सर्किट

    पर्यटकों हेतु गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं तथा पहुंच विकसित करने हेतु विभिन्न पर्यटक सर्किटों में अवस्थापना

  • स्वास्थ्य तथा चिकित्सा पर्यटन

    जीवनशैली सुधार तकनीकों पर केंद्रित योग, आयुर्वेद तथा अन्य स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना

  • रोमांचक पर्यटन

    भूमि, जल एवं वायु आधारित रोमांचक पर्यटन गतिविधियों का विकास करना जैसे बंजी जंपिंग, साइकिलिंग टूर, जीप सफारी, मोटरसाइकिल टूर, प्रकृति भ्रमण, पक्षी दर्शन, रॉक क्लाइम्बिंग, वन्यजीव सफारी, रिवर राफ्टिंग, कयाकिंग, जल क्रीड़ा केंद्र, ट्रैकिंग, हॉट एयर बैलूनिंग, पैराग्लाइडिंग, स्काई डाइविंग आदि

  • धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन

    अयोध्या, वाराणसी, वृंदावन, मथुरा, आदि जैसे अंतर्राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थलों पर अवस्थापना की उपलब्धता तथा गुणवत्ता का विकास तथा रामायण सर्किट, महाभारत सर्किट, बौद्ध सर्किट, जैन सर्किट, शक्ति-पीठ सर्किट, सूफी-कबीर सर्किट आदि जैसे विभिन्न आध्यात्मिक सर्किटों को विकसित तथा प्रचार-प्रसार करना

  • धरोहर (हैरिटेज) संपत्तियां

    सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल के माध्यम से किलों, महलों एवं अन्य संरचनाओं वाली धरोहर परिसंपत्तियों का पुनः अनुकूल उपयोग, जिसके अंतर्गत हैरिटेज होटल, संग्रहालय, हैरिटेज रेस्तरां/भोज स्थल/विवाह स्थलों आदि के रूप में विकास

  • ऐतिहासिक स्थल

    विशेष रूप से ताज महल, फतेहपुर सीकरी तथा आगरा किले जैसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्मारक स्थलों के आसपास सुविधाओं का विकास

  • वन्यजीव एवं प्रकृतिक/पारिस्थितिकी पर्यटन

    राज्य के एक राष्ट्रीय उद्यान, 11 वन्यजीव अभयारण्यों तथा 24 पक्षी अभयारण्यों में सुविधाएं विकसित करना एवं उन्हें सुगम बनाना

  • निवेश योग्य भूमि पार्सल

    विभिन्न श्रेणियों के होटल रूम्स, बैंक्वेट, रेस्तरां, रिटेल सेक्टर, फूड कोर्ट, MICE सुविधाएं, सम्मेलन केंद्र एवं योग केंद्रों सहित एकीकृत पर्यटन सेक्टर विकसित करना

  • हेलीपोर्ट

    राज्य के पांच पर्यटन स्थलों में सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल पर हेलीपोर्ट का विकास- आगरा एवं मथुरा में प्रथम चरण में तथा लखनऊ, प्रयागराज तथा अयोध्या में द्वितीय चरण में

 निवेश सारथी निवेश मित्रा