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सबसे बड़ा
8949 किमी लंबा रेल ट्रैक
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5
रेलवे मण्डल
-
रेलवे घनत्त्व
राष्ट्रीय औसत का दोगुना (40 किमी)
भारत का सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क
4 लाख किमी कुल सड़कों की लंबाई
11,737 किमी कुल राष्ट्रीय उच्च मार्ग
देश में कुल राष्ट्रीय उच्चमार्ग नेटवर्क की उपलब्धता में दूसरा स्थान
7,147 किमी कुल राजकीय राजमार्ग
1.7 लाख किमी अन्य सड़कें
- 2 मेट्रो रेल संचालन नगर (लखनऊ तथा नोएडा)
- 2 मेट्रो रेल निर्माणाधीन परियोजनाएं (कानपुर तथा आगरा)
- 5 आगामी मेट्रो रेल परियोजनाएं (मेरठ, गोरखपुर, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी)
लखनऊ मैट्रो रेल
नेटवर्क की लंबाई : 23.732 किमी
वर्तमान दैनिक औसत यात्री (फरवरी, 2020 में) : 1936
स्टेशनों की संख्या : 21
नोएडा मैट्रो रेल
नेटवर्क की लंबाई : 29.7 किमी
वर्तमान दैनिक औसत यात्री (फरवरी, 2020 में) : 25907
स्टेशनों की संख्या : 21
- भारत का प्रथम अन्तर्देशीय जलमार्ग उत्तर प्रदेश में
- राष्ट्रीय जलमार्ग 1 प्रमुख निर्यात केन्द्रों को वाराणसी तथा प्रयागराज के द्वारा हल्दिया बन्दरगाह से जोड़ता है
- राष्ट्रीय जलमार्ग-1 का 26% अपवाह क्षेत्र उत्तर प्रदेश में है
- वर्ष 2023 तक राष्ट्रीय जलमार्ग -1 के द्वारा 27 मिलियन टन भार परिवाहित किया जाना अपेक्षित है |
- राष्ट्रीय जलमार्ग-1 पर वाराणसी में भारत का प्रथम मल्टी मॉडल टर्मिनल
- राष्ट्रीय जलमार्ग -1 के अन्य टर्मिनल
वाराणसी एम एम टी
अस्सी घाट, वाराणसी
राजघाट, वाराणसी - उत्तर प्रदेश में कुल 425 किमी कुल नौगम्य मार्ग
- आगामी 10 राष्ट्रीय जलमार्ग उत्तर प्रदेश को लाभान्वित करेंगे
-
7
विमानपत्तन/विमान पट्टिकाएँ -
5
घरेलू विमान पत्तन -
3
अंतर्राष्ट्रीय विमान पत्तन -
51
राज्य से घरेलू
रूप से जुड़े शहर -
12
अंतर्राष्ट्रीय रूप से राज्य के
साथ जुड़े शहर -
3
आर सी एस भाग 1 व 2 के
अन्तर्गत पूर्ण विमान पत्तन(प्रयागराज, हिंडन, बरेली) -
6
आर सी एस भाग 1 व 2 के
अन्तर्गत निर्माणाधीन परियोजनाएं(कानपुर, आगरा , आजमगढ़, मुरादाबाद व श्रावस्ती) -
5
आर सी एस भाग 3 के अन्तर्गत
चिन्हित नवीन परियोजनाएंअयोध्या, कुशीनगर, सरसावा, गाज़ीपुर व मेरठ)
यात्रियों की संख्या (2019-2020)
- 16,735 आगरा हवाई अड्डे में
- 2,12,017 कानपुर (चकेरी) हवाई अड्डे में
- 4,14,064 प्रयागराज हवाई अड्डे में
- 6,65,703 गोरखपुर हवाई अड्डे में
- 30,10,702 वाराणसी हवाई अड्डे में
- 54,33,757 लखनऊ हवाई अड्डे में
वायुयानों का संचलन (2019-2020)
- 738 आगरा हवाई अड्डे में
- 1,960 कानपुर (चकेरी) हवाई अड्डे में
- 4,056 प्रयागराज हवाई अड्डे में
- 5,032 गोरखपुर हवाई अड्डे में
- 24,056 वाराणसी हवाई अड्डे में
- 38,494 लखनऊ हवाई अड्डे में
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
- नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा देश का सर्वाधिक बड़ा हवाई अड्डा है
(पी पी पी पद्धति, एन ए आई एल तथा ज्यूरिख हवाई अड्डा 2023 तक) - 5000 एकड़ से अधिक में स्थित
- यात्री हैंडलिंग क्षमता 50 मिलियन
- 1800 करोड़ की लागत एम आर ओ व कार्गो हब अपेक्षित निर्भरता
- निर्बाध संपर्क हेतु प्रवेश नियंत्रित नौगम्यता के साथ अत्याधुनिक एक्सप्रेसवे
- विद्यमान यमुना तथा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे राज्य की राजधानी को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से जोड़ता है |
- 302 किमी लंबा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवेज़ में से एक है |
- पूर्वाञ्चल एक्सप्रेसवे तथा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश व बुन्देलखंड क्षेत्र के निर्यात केन्द्रों को आपस में जोड़ता है |
- लखनऊ-आजमगढ़-गाज़ीपुर 6 लेन का 343 किमी लंबा निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे जो पूर्वाञ्चल एक्सप्रेसवे के नाम से जाना जाता है, बीच से विभाजित तथा प्रवेश नियंत्रित है |
- आगामी 603 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेसवे भारत के सबसे लंबे एक्सप्रेसवेज़ में से एक होगा जो मुख्य निर्यातक केन्द्रों को आपस में जोड़ता है
- 296 किमी लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन है, यह 4 लेन का प्रवेश नियंत्रित उच्च मार्ग है, चौड़ा मार्ग जो चित्रकूट-बांदा-उरई-जालौन-औरेया-इटावा को जोड़ता है |
- गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे उत्तरी पूर्वी उत्तर प्रदेश यथा गोरखपुर क्षेत्र को पूर्वाञ्चल एक्सप्रेसवे के माध्यम से लखनऊ, आगरा तथा दिल्ली के सुगम परिवहन गलियारे से जोड़ेगा |
दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरीडोर
-
डी एम आई सी के कुल भाग का 8.5% धारण क्षेत्र
(36, 068 वर्ग किमी) 12 जनपदों में
- रूपए 27,400 करोड़ का संभावित निवेश तथा 1.2 मिलियन रोजगार का सृजन
पश्चिमी समर्पित फ्रेट कॉरीडोर (ई डी एफ सी)डीएमआईसी के साथ
डीएम आई सी-डब्ल्यूडीएफसी के साथ साथ चल रही परियोजनाएं
- बोराकी एकीकृत परिवहन केंद्र
- दादरी-नोएडा- गाज़ियाबाद निवेश क्षेत्र
- एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप –ग्रेटर नोएडा में
- एकीकृत मल्टी मॉडल लोजिस्टिक हब – ग्रेटर नोएडा में दादरी के निकट
अमृतसर कोलकाता औद्योगिक कॉरीडोर
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ए के आई सी के कुल भाग का 57%
धारण क्षेत्र 17 जनपदों में - 50,000 करोड़ से अधिक का संभावित निवेश
पूर्वी समर्पित फ्रेट कॉरीडोर (ई डी एफ सी) ए के आई सी के साथ
उत्तर प्रदेश में ईडीएफ़सी का सर्वोच्च शेयर
एकेआईसी-ईडीएफसी के साथ साथ चल रही परियोजनाएं
- 3 एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर – 18 चिन्हित रेलवे स्टेशनों के आसपास
- 3 औद्योगिक क्लस्टर्स का विकास
- औरेया, कन्नौज-कानपुर क्लस्टर
- प्रयागराज वाराणसी क्लस्टर
- आगरा -अलीगढ़ क्लस्टर
उत्तर प्रदेश डिफेंस औद्योगिक कोरिडोर्स
- भारत के 2 डिफेंस कॉरीडोर में से एक
- संभावित निवेश लगभग 50,000 करोड़ रूपए तथा 2.5 लाख रोजगार का सृजन
- 6 चिन्हित नोड : अलीगढ़, आगरा, झांसी, चित्रकूट, कानपुर तथा लखनऊ
- 5071.19 हेक्टेयर भूमि बैंक चिन्हित, जिसमें से 3796 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत
- आई आई टी कानपुर तथा आई आई टी बी एच यू क्रमश: 50 करोड़ व 69 करोड़ रूपयों की लागत से सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स के निर्माण हेतु चिन्हित
- भूमि आवंटन प्रणाली तथा प्रोत्साहन प्रणाली घोषित