क्षेत्र
खुदरा (रिटेल) एवं ई-कॉमर्स
भारत विश्व के सर्वाधिक संभावनाशील एवं उदीयमान बाज़ारों में से एक है। यहां की विशाल उपभोक्ता संख्या का लाभ उठाने एवं बाज़ार में अग्रिम प्रवेश सुनिश्चित करने हेतु बहुराष्ट्रीय कंपनियों में अत्यधिक उत्सुकता एवं रुचि परिलक्षित होती है।
क्षेत्र का अवलोकन
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अग्रणी
भारत में एक्सप्रेसवे नेटवर्क के संदर्भ में
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विशालतम
रेलवे नेटवर्क जिसकी कुल लंबाई 16000 किमी से अधिक है
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प्रथम राज्य
रीजनल रैपिड ट्रांज़िट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर (मेरठ-दिल्ली) स्थापित करने वाला भारत का प्रथम राज्य
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पांच
अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (04 विद्यमान एवं 01 आगामी)
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दूसरा स्थान
भारत में द्वितीय सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क (4,00,000 किलोमीटर से अधिक)
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रक्षा एवं एयरोस्पेस
भारत सरकार द्वारा रक्षा एवं एयरोस्पेस क्षेत्र को 'आत्मनिर्भर भारत' हेतु एक फोकस सेक्टर के रूप में चिह्नित किया गया है, जिसमें अपेक्षित अनुसंधान एवं विकास पारिस्थितिकी तंत्र द्वारा समर्थित स्वदेशी विनिर्माण अवस्थापना की स्थापना पर बल दिया गया है।
क्षेत्र का अवलोकन
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3.3%
वर्ष 2023-24 में सकल घरेलू उत्पाद का 3.3% रक्षा क्षेत्र पर व्यय किया गया
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12 भारत का रक्षा पूंजी व्यय ~12% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ा है
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INR
1.51 Lakh लाख करोड़वित्तीय वर्ष 2024-25 में रक्षा उत्पादन का वर्तमान मूल्य।
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4.79 %वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में वित्तीय वर्ष 2024-25 के रक्षा बजट में 4% की वृद्धि
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आईटी एवं आईटीईएस
उत्तर प्रदेश, भारत के विशालतम राज्यों में से एक है, जिसका सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) $256 बिलियन से अधिक है एवं लगभग 24 करोड़ की जनसंख्या के साथ यहां देश का सबसे वृहद् उपभोक्ता आधार विद्यमान है। उत्तर प्रदेश सरकार ने आगामी पांच वर्षों में $1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था प्राप्त करने हेतु एक दूरदर्शी लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें सूचना प्रौद्योगिकी एवं आईटीईएस को राज्य की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने वाले प्रमुख क्षेत्रों में सम्मिलित किया गया है।
क्षेत्र का अवलोकन
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छठा स्थान
भारत के सूचना प्रौद्योगिकी निर्यात में छठा उच्चतम योगदान, जो लगभग 8% की CAGR से विकसित हो रहा है
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12 आईटी/आईटीईएस एसईजेड
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7
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, ब्लॉकचेन, 5G, 6G एवं अन्य उदीयमान प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में 7 उत्कृष्टता केंद्र
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100 एकड़लखनऊ में 100 एकड़ में विस्तारित एचसीएल आईटी सिटी
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स्टार्टअप
जनवरी 2024 तक भारत सरकार द्वारा 130,000 से अधिक स्टार्टअप्स को मान्यता प्रदान की गई।
इनमें से 50% का बेस टियर 2 एवं टियर 3 शहरों में है।
क्षेत्र का अवलोकन
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13370+
स्टार्टअप्स को उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग द्वारा मान्यता प्रदान की गई
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6812+ स्टार्टअप्स में कम से कम एक महिला निदेशक हैं
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icro
66%
स्टार्टअप्स आइडिएशन एवं वैलिडेशन चरण में
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1 लाख से अधिक स्टार्टअप्स द्वारा 1 लाख+ रोजगार सृजित
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8 यूनिकॉर्न्स
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पर्यटन एवं आतिथ्य
पर्यटन एवं आतिथ्य क्षेत्र मेक इन इंडिया पहल का एक अभिन्न अंग है, जो एक महत्वपूर्ण आर्थिक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है एवं जो रोजगार सृजन तथा तीव्र विकास को प्रोत्साहित करता है।
क्षेत्र का अवलोकन
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वार्षिक
वर्ष 2022 में 318 मिलियन की आगंतुक संख्या दर्ज की गई, जो भारत की कुल भागीदारी में 18.3% है
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अग्रणी
घरेलू पर्यटकों हेतु गंतव्य के रूप में भारत में प्रथम स्थान पर
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पांचवां स्थान
भारत में विदेशी पर्यटकों की संख्या के आधार पर पांचवां स्थान
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हॉटस्पॉट
विरासत एवं सांस्कृतिक पर्यटन का केंद्र
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उदीयमान
ईको-पर्यटन हेतु उदीयमान गंतव्य
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सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSMEs) भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक उत्कृष्टता की ओर अग्रसर करने वाले प्रमुख क्षेत्रों में से एक हैं। यह उद्यम निरंतर एवं प्रतिबद्धता से कौशल उन्नयन तथा बाज़ार की समझ को सुदृढ़ करने हेतु कार्यरत रहते हैं एवं प्रतिवर्ष लाखों युवाओं को रोजगार प्रदान करते हैं। MSMEs न केवल पर्याप्त रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, अपितु ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों के औद्योगीकरण में भी सहायक सिद्ध हुए हैं, जिससे क्षेत्रीय असंतुलन में उल्लेखनीय कमी आई है एवं राष्ट्रीय आय तथा संपत्ति का अधिक समतुल्य वितरण सुनिश्चित हुआ है।
क्षेत्र का अवलोकन
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अग्रणी
भारत में कुल MSMEs की संख्या में लगभग 14.2% की भागीदारी
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90 लाख+ उत्तर प्रदेश में 90 लाख से अधिक पंजीकृत एवं गैर-पंजीकृत MSMEs
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45%
राज्य के कुल निर्यात का 45% भाग MSME इकाइयों द्वारा योगदान किया जाता है
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व्यापक विनिर्माण इंजीनियरिंग सामग्री, कालीन, लेदर के उत्पाद, परिधान आदि की श्रेणी में अग्रणी
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क्षेत्र
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं प्रौद्योगिकी
विश्व में सबसे तेज़ी से प्रगतिशील उद्योग, इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिज़ाइन एवं मैन्युफैक्चरिंग (ESDM), दुनिया भर में जीवन, व्यवसायों तथा अर्थव्यवस्थाओं को निरंतर बेहतर कर रहा है। भारत के वित्तीय वर्ष 2026 तक $1 ट्रिलियन की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है। वर्तमान में, भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स बाज़ार 155 बिलियन डॉलर का है, जिसमें घरेलू उत्पादन का 65% योगदान है।
क्षेत्र का अवलोकन
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अग्रणी
भारत में उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स का सबसे बड़ा निर्यातक
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196 +ESDM कंपनियां वर्तमान में राज्य में संचालित हैं
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55 %पूरे भारत में 55% मोबाइल कॉम्पोनेन्ट विनिर्माण इकाइयां वर्तमान में राज्य से संचालित हैं
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40 %देश में विनिर्मित मोबाइल का 40% राज्य से आता है
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हथकरघा एवं टेक्सटाइल
वित्तीय वर्ष 2021-22 में भारत का वस्त्र निर्यात अब तक का सर्वाधिक रहा है जो 44 बिलियन डॉलर से अधिक था।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा कपास उत्पादक (23%) है एवं कपास की खेती का सबसे बड़ा क्षेत्र (विश्व क्षेत्रफल का 39%) यहाँ उपलब्ध है। अनुमानतः 65 लाख कपास किसानों की आजीविका को बनाए रखने में कपास की प्रमुख भूमिका है।
क्षेत्र का अवलोकन
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तीसरा स्थान
भारत में वस्त्र विनिर्माण में तीसरा स्थान
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पांचवां स्थान
भारत में रेशम उत्पादन में पांचवा स्थान
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पांचवां स्थान
भारत में परिधानों का पांचवा सबसे बड़ा बेस
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1.5 उत्तर प्रदेश के समग्र सकल घरेलू उत्पाद का 1.5% वस्त्र एवं परिधान क्षेत्र से आता है
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नवीकरणीय ऊर्जा
भारत, विश्व में तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोग करने वाला देश है।
भारत, नवीकरणीय ऊर्जा स्थापित क्षमता (लार्ज हाइड्रो परियोजनाओं सहित) में विश्व स्तर पर चौथे स्थान पर, पवन ऊर्जा क्षमता में चौथे स्थान पर एवं सौर ऊर्जा क्षमता में पाँचवें स्थान पर है (REN21 Renewables 2024 Global Status Report के अनुसार)। देश ने COP26 में 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा का एक बढ़ा हुआ लक्ष्य निर्धारित किया है। यह पंचामृत के अंतर्गत एक प्रमुख प्रतिज्ञा रही है। यह नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में दुनिया की सबसे वृहद् विस्तार योजना है।
क्षेत्र का अवलोकन
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23 गीगावाटराज्य सौर क्षमता
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2632 मेगावाटराज्य में 2632 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता पहले ही स्थापित है
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2000 मेगावाटपीएम कुसुम योजना के अंतर्गत राज्य द्वारा 2000 मेगावाट सौर क्षमता का विस्तारण होगा
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वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक्स
भारतीय लॉजिस्टिक्स एवं वेयरहाउसिंग उद्योग देश के आर्थिक विस्तार के केंद्र में है। जैसे-जैसे व्यवसाय उन्नत तकनीकों एवं स्वचालन को अपना रहे हैं, यह क्षेत्र और अधिक कुशल, उत्पादक तथा सतत् बनने की ओर अग्रसर है। सरकारी नीतियों एवं अवस्थापना में सुधार से इसकी निवेश अपील और बढ़ गई है, जिससे यह एक गतिशील एवं वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी उद्योग के रूप में स्थापित हुआ है, जिसमें भविष्य में विकास की अपार संभावनाएं हैं।
क्षेत्र का अवलोकन
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57%
अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में कैचमेंट एरिया
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8.5%
दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में कैचमेंट एरिया
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16
मल्टी मोडल लॉजिस्टिक्स सुविधाओं हेतु 16 क्लस्टरों को चिह्नित किया गया
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प्रथम
गंगा नदी पर पहला मल्टी मोडल जलमार्ग टर्मिनल
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ऑटो कंपोनेंट्स
ऑटो कम्पोनेंट उद्योग भारत के सकल घरेलू उत्पाद, रोजगार एवं निर्यात में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता है। यह घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है एवं इसका प्रमुख निर्यात यूरोप, एशिया तथा उत्तरी अमेरिका में होता है।
क्षेत्र का अवलोकन
क्षेत्र
चिकित्सा उपकरण तथा फार्मा
भारत, एशिया में चिकित्सा उपकरणों का चौथा सबसे वृहद् बाजार है एवं विश्व स्तर पर शीर्ष 20 बाजारों में सम्मिलित है।
क्षेत्र का अवलोकन
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38 .2%की दर से निर्यात में वृद्धि (वित्तीय वर्ष 2016-19)
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22 चिकित्सा उपकरण विनिर्माण इकाइयाँ
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17%
मूल्य के आधार पर राष्ट्रीय बिक्री में 17% की भागीदारी
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USD
100 मिलियन+स्वास्थ्य सेवा एवं चिकित्सा उपकरण निर्यात में 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का बाजार मूल्य
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कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण
कृषि-निर्यात में प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात की भागीदारी 2014-15 में 13.7% से वर्धित हो कर 2022-23 में 25.6% हो गई।
क्षेत्र का अवलोकन
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सर्वाधिक उत्पादन
दूध, कैन, गन्ना, आम एवं भारतीय आंवले का सर्वाधिक उत्पादन
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तीसरा स्थान भारत में फलों के उत्पादन में तीसरे स्थान पर
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तीसरा स्थान भारत में अंतर्देशीय मछली उत्पादन में तीसरे स्थान पर
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सबसे बड़ा निर्यातक
भारत में प्रसंस्कृत फ्रोज़ेन मांस का सबसे बड़ा निर्यातक
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77 जनपद स्तर पर 77 सरकारी सामुदायिक फल संरक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र
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फिनटेक
तीव्र वृद्धि: भारतीय फिनटेक बाजार विश्व स्तर पर सबसे तेजी से प्रगतिशील बाजारों में से एक है, जिसका अनुमानित बाजार आकार वर्ष 2024 में 111.14 बिलियन अमरीकी डॉलर है एवं वर्ष 2029 तक 421.48 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
क्षेत्र का अवलोकन
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10000 +से अधिक रोजगार सृजन
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$
500 मिलियन डॉलरका निवेश किया गया है
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150 %विगत् 5 वर्षों में फिनटेक स्टार्टअप्स में 150% की वृद्धि अनुभूत की गई
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₹
20 बिलियनप्रतिवर्ष राजस्व के रूप में उत्पन्न हुआ
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दुग्धशाला (डेयरी)
भारत, दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक है, जिसका वर्ष 2021-22 में वैश्विक उत्पादन में 24.64% योगदान रहा।
क्षेत्र का अवलोकन
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126 मिलियनलीटर/दिन दुग्ध प्रसंस्करण क्षमता
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80 मिलियनडेयरी उद्योग में लगभग 8 करोड़ रोजगार सृजन
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24 %वैश्विक दुग्ध उत्पादन में भारत का योगदान
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5 .31 करोड़दुधारू पशुओं की आबादी - देश की आबादी का 19%
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क्षेत्र
इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण
भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग विश्व में पांचवां सबसे बड़ा उद्योग है एवं वर्ष 2030 तक तृतीय स्थान प्राप्त करने की संभावना है। दिसंबर 2021 तक भारत की सड़कों पर कुल 8.7 लाख सक्रिय इलेक्ट्रिक वाहन (EVs) पंजीकृत थे। जनसंख्या में वृद्धि एवं वाहनों की बढ़ती मांग के परिप्रेक्ष्य में पारंपरिक ऊर्जा संसाधनों पर निर्भरता दीर्घकालिक रूप से सतत् नहीं है, विशेषतः जब भारत अपनी कच्चे तेल की आवश्यकताओं का लगभग 80% आयात करता है।
क्षेत्र का अवलोकन
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ईवी विनिर्माण लखनऊ में अशोक लेलैंड का प्रस्तावित इलेक्ट्रिक बस विनिर्माण संयंत्र
लखनऊ हेतु डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस का शुभारंभ
लखनऊ में टाटा मोटर्स का इलेक्ट्रिक बस संयंत्र
ग्रेटर नोएडा में लोहुम का बैटरी विनिर्माण संयंत्र
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उत्तर प्रदेश की ई-मोबिलिटी स्थिति वर्ष 2024 तक उत्तर प्रदेश में लगभग 9.65 लाख इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हैं
पंजीकृत वाहनों की संख्या के आधार पर उत्तर प्रदेश, भारत का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल उपभोक्ता राज्य है
राज्य में राष्ट्रीय ईवी स्टॉक का 20.12% भाग समाहित है
वित्तीय वर्ष 2023-24 में उत्तर प्रदेश की ईवी अंगीकरण दर 8.71% रहा
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ईवी बाज़ार का विस्तार 450 से अधिक सक्रिय चार्जिंग स्टेशनों का भौतिक सत्यापन किया गया है, जिन्हें GIS आधारित डैशबोर्ड पर एकीकृत किया जाना प्रस्तावित है
चिन्हित नगरों में विशिष्ट मार्गों पर चार्जिंग अवस्थापना सहित 740 से अधिक ईवी बसें परिचालित की गई हैं
14 नगरों में 114 हरित मार्गों को चिह्नित किया गया है, जिन पर ईवी बसों का संचालन किया जाएगा
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सेमीकंडक्टर
भारतीय सेमीकंडक्टर बाज़ार के आगामी दशक में ~20% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से विकसित होने की संभावना है एवं यह वैश्विक बाज़ार में ~17% भागीदारी प्राप्त कर सकता है। यह वृद्धि ऑटोमोटिव, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स एवं दूरसंचार जैसे विविध क्षेत्रों में सुदृढ़ घरेलू मांग द्वारा प्रेरित है।
क्षेत्र का अवलोकन
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Only
9 %वर्ष 2021 में भारत में सेमीकंडक्टर अवयवों का 9% स्थानीय रूप से प्राप्त किया गया; वर्ष 2026 तक 17% स्थानीय प्राप्ति की अपेक्षा
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80 %भारतीय सेमीकंडक्टर उद्योग के कुल राजस्व का 80% भाग मोबाइल फ़ोन, स्मार्ट वेयरेबल्स, सूचना प्रौद्योगिकी एवं अन्य औद्योगिक अवयवों से प्राप्त हुआ
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100 एकड़नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के समीप सेमीकंडक्टर विनिर्माण इकाइयों हेतु 100 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है
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फिल्म
भारतीय मीडिया एवं मनोरंजन (Media & Entertainment) उद्योग अर्थव्यवस्था के लिए एक उदीयमान क्षेत्र है, जो तीव्र गति से प्रगति कर रहा है। तीव्र एवं सुलभ इंटरनेट की उपलब्धता, आय में वृद्धि तथा उपभोक्ता सतत् वस्तुओं की बढ़ती खरीद ने इस उद्योग को उल्लेखनीय रूप से सशक्त किया है। भारत का मीडिया एवं मनोरंजन उद्योग अन्य बाजारों की अपेक्षा विशिष्ट है। यह उद्योग अत्यधिक उत्पादन मात्रा एवं प्रति उपभोक्ता औसत राजस्व (Average Revenue Per User) में निरंतर वृद्धि के लिए प्रख्यात है।
क्षेत्र का अवलोकन
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$100 बिलियन भारतीय मीडिया एवं मनोरंजन उद्योग के वर्ष 2030 तक $100 बिलियन तक पहुँचने की संभावना है
₹ 185 बिलियन एनिमेशन एवं वीएफएक्स (VFX) सेगमेंट में 6% की वृद्धि हुई; तथा वर्ष 2026 तक इसके ₹185 बिलियन तक पहुँचने की संभावना है
₹ 3.08 ट्रिलियन भारतीय मीडिया एवं मनोरंजन क्षेत्र के वर्ष 2026 तक ₹3.08 ट्रिलियन तक पहुँचने की संभावना है, जिसमें OTT, गेमिंग, एनिमेशन एवं वीएफएक्स प्रमुख संवर्धक होंगे; अनुमानित वार्षिक वृद्धि दर 10–12%
₹576 बिलियन डिजिटल विज्ञापन क्षेत्र में 15% की वृद्धि हुई, जिससे यह वर्ष 2023 में ₹576 बिलियन तक पहुँच गया
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शहरी विकास
राष्ट्रीय अवस्थापना पाइपलाइन (National Infrastructure Pipeline) के अंतर्गत ₹108 ट्रिलियन (US$ 1.3 ट्रिलियन) मूल्य की परियोजनाएँ विभिन्न क्रियान्वयन चरणों में हैं।
क्षेत्र का अवलोकन
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प्रथम प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत 13.3 लाख आवासों की पूर्णता में प्रथम स्थान
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प्रथम राज्य द्वारा अपनी निधि योजना के माध्यम से राज्य स्मार्ट सिटी योजना प्रारम्भ करने वाला प्रथम राज्य
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10 स्मार्ट सिटीज़ मिशन के अंतर्गत 10 स्मार्ट सिटी विकसित एवं राज्य मिशन के अंतर्गत 07 स्मार्ट सिटी विकसित
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17 स्मार्ट सिटी सेंट्रल डिजिटल मॉनिटरिंग केंद्रों की स्थापना
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5 +मेट्रो परियोजनाएँ संचालित
इस सेक्टर पर और जानकारी
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नागरिक उड्डयन
नागरिक उड्डयन क्षेत्र आर्थिक वृद्धि व विकास का एक प्रमुख संवाहक है एवं विगत् कुछ वर्षों में, यह उद्योग देश में सबसे तेज़ी से प्रगतिशील उद्योगों में से एक के रूप में उभरा है। इस क्षेत्र को व्यापक रूप से अनुसूचित हवाई परिवहन सेवा, गैर-अनुसूचित हवाई परिवहन सेवा एवं हवाई कार्गो सेवा में वर्गीकृत किया जा सकता है। अनुसूचित हवाई परिवहन सेवा में घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइनें सम्मिलित हैं, जबकि गैर-अनुसूचित हवाई परिवहन सेवा में चार्टर ऑपरेटर व एयर टैक्सी ऑपरेटर सम्मिलित हैं। हवाई कार्गो सेवा में माल एवं डाक का हवाई परिवहन सम्मिलित है।
क्षेत्र का अवलोकन
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327.28 मिलियन वित्तीय वर्ष 2023 में वायु यातायात आवागमन 327.28 मिलियन रहा
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राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति, 2016 भारत सरकार द्वारा वर्ष 2016 में राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति एवं क्षेत्रीय संपर्क योजना (Regional Connectivity Scheme) का शुभारम्भ किया गया
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प्रमुख संवर्धक नागरिक उड्डयन क्षेत्र आर्थिक वृद्धि एवं विकास का एक प्रमुख संवर्धक है
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अग्रणी नागरिक उड्डयन उद्योग देश के सर्वाधिक तीव्र गति से विकसित होने वाले उद्योगों में से एक के रूप में उभरा है
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योगी आदित्यनाथ
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