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त्वरित मेनू

भारत में परिदृश्य

अगले दशक में भारतीय सेमीकंडक्टर बाजार में लगभग 20 प्रतिशत चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से वृद्धि होने की संभावना है, जो वैश्विक बाजार का लगभग 17 प्रतिशत होगा, जो ऑटोमोटिव, कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार जैसे सेक्टर्स में दृढ घरेलू मांग से प्रेरित होगा।

9%

वर्ष 2021 में भारत के केवल 9% सेमीकंडक्टर कंपोनेन्ट्स की स्थानीय रूप से आपूर्ति की जाती थी। वर्ष 2026 तक 17% स्थानीय सोर्सिंग की संभावना है।

80%

भारतीय सेमीकंडक्टर उद्योग के कुल राजस्व का 80% भाग मोबाइल फोन, स्मार्ट वियरेबल्स, आईटी और अन्य औद्योगिक घटकों से आता है।


उत्तर प्रदेश में परिदृश्य

वर्तमान में उत्तर प्रदेश भारत में कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स का सबसे बड़ा निर्यातक है तथा इसे सेमीकंडक्टर डिजाइन तथा अनुसंधान एवं विकास कार्यालयों के लिए एक संभावित केंद्र माना जाता है।

उत्तर प्रदेश : लाभ की स्थिति

  • उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण नीति-2022 2022 के अंतर्गत पूंजीगत सब्सिडी, भूमि आवंटन, अवस्थापना सुविधा एवं कौशल विकास हेतु प्राविधान।
  • निर्यात और आयात के लिए बंदरगाहों एवं हवाई अड्डों तक आसान पहुंच।
  • अच्छी गुणवत्ता वाले जल (पेयजल) की निर्बाध आपूर्ति, 24x7 विद्युत आपूर्ति।
  • कुशल श्रम की उपलब्धता (प्रशिक्षण केंद्र, पाठ्यक्रम, कार्यशालाएं, आदि)।
  • अनुसंधान एवं विकास हेतु सहायता : प्रौद्योगिकी उन्नयन, नवाचार और उत्पाद विकास के लिए सहायता।
  • उद्योग की चुनौतियों का समाधान करने, क्षेत्रीय विकास को गति देने तथा अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए उद्योग संघों एवं संगठनों के साथ सहयोग।
  • जेवर में नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास 1000 एकड़ भूमि सेमीकंडक्टर विनिर्माण इकाइयों के लिए चिन्हित की गई है।

निवेश के प्रमुख अवसर

  • मोबाइल विनिर्माण, स्थायी उपभोक्ता वस्तुएं, ड्रोन, सेमीकंडक्टर (FAB), डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स, रोबोटिक्स, IoT आदि पर केंद्रित 3 इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर (ईएमसी) स्थापित किए जाएंगे।
  • सेमीकंडक्टर डिजाइन - एम्बेडेड सॉफ्टवेयर विकास, VLSI डिजाइन और हार्डवेयर/बोर्ड डिजाइन।
  • सेमीकंडक्टर वेफर फेब्रिकेशन विनिर्माण, लाइट एमिटिंग डायोड (LED) विनिर्माण और लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले (LCD) विनिर्माण।
  • इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग (ई.एस.डी.एम.) तथा ऑटो हब के अंतर्गत सेमीकंडक्टर विनिर्माण सेक्टर, अनुषांगिक एवं डाउनस्ट्रीम उद्योगों के लिए आवश्यक सहायक अवस्थापना सुविधाएं।
    1. अनुषांगिक उद्योग: पॉलिमर प्रसंस्करण, धातु, रसायन
    2. डाउनस्ट्रीम उद्योग: कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, एयरोस्पेस, ऑटोमोटिव

प्रमुख कंपनियां

इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन के अंतर्गत केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश में एक सेमीकंडक्टर इकाई की स्थापना को अनुमोदन प्रदान किया (मई, 2025)



  • टेक्नोलॉजी की विख्यात कंपनियां एचसीएल व फॉक्सकॉन संयुक्त उद्यम के रूप में जेवर के निकट, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA), उत्तर प्रदेश में एक सेमीकंडक्टर इकाई स्थापित करेंगी, जिसमें ₹3700 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है।
  • एचसीएल और फॉक्सकॉन मोबाइल फोन, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल, पीसी और अन्य कई डिस्प्ले-आधारित उपकरणों के लिए डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स आदि का निर्माण करेगा।
  • क्षमता: प्रति माह 36 मिलियन यूनिट।
  • आच्छादित सेगमेंट्स: ऑटोमोटिव, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकॉम, मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘भारत में सेमीकंडक्टर एवं डिस्प्ले विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र के विकास’ के अंतर्गत तीन सेमीकंडक्टर इकाइयों की स्थापना को स्वीकृति प्रदान की (फरवरी 2024)



  • टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड, पॉवरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉर्पोरेशन (पीएसएमसी), ताइवान के साथ साझेदारी में 50,000 wfsm क्षमता वाला सेमीकंडक्टर फैब स्थापित करेगा।
  • इस फैब का निर्माण गुजरात के धोलेरा में ₹91,000 करोड़ के निवेश से किया जाएगा।.
  • आच्छादित सेगमेंट्स:
    1. 28 nm प्रौद्योगिकी के साथ उच्च प्रदर्शन कंप्यूटर चिप्स
    2. इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी), दूरसंचार, डिफेंस, मोटर वाहन, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, डिस्प्ले, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स आदि के लिए पावर प्रबंधन चिप्स। पावर प्रबंधन चिप्स उच्च वोल्टेज, उच्च करेंट एप्लिकेशन्स होती हैं।
  • टाटा सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड ("टीएसएटी") ₹27,000 करोड़ के निवेश से असम के मोरीगांव में एक सेमीकंडक्टर इकाई (एटीएमपी इकाई) स्थापित करेगी।
  • टीएसएटी सेमीकंडक्टर फ्लिप चिप और ISIP (पैकेज में एकीकृत प्रणाली) प्रौद्योगिकियों सहित स्वदेशी उन्नत सेमीकंडक्टर पैकेजिंग प्रौद्योगिकियों का विकास कर रहा है।
  • क्षमता : 48 मिलियन प्रति दिन
  • कआच्छादित सेगमेंट्स: ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रिक वाहन, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, दूरसंचार, मोबाइल फोन, आदि।
  • सीजी पावर, रेनेसास इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन, जापान और स्टार्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स, थाईलैंड के साथ साझेदारी में ₹7,600 करोड़ रुपये के निवेश से गुजरात के में एक सेमीकंडक्टर इकाई (विशेष चिप्स के लिए एटीएमपी इकाई) स्थापित करेगी।
  • क्षमता : 15 मिलियन प्रति दिन
  • आच्छादित सेगमेंट्स: सीजी पावर सेमीकंडक्टर इकाई कंज़्यूमर, औद्योगिक, ऑटोमोटिव एवं विद्युत अनुप्रयोगों के लिए चिप्स का निर्माण करेगी

उल्लेखनीय प्रगति

विद्युत
  • जंहागीरपुर में 765/400/220 केवी (3000 एमवीए) क्षमता का विद्युत सबस्टेशन संचालित है।
  • सेक्टर-32 में 220/132/33 केवी (383 एमवीए) क्षमता का विद्युत सबस्टेशन निर्माणाधीन है।
  • सेक्टर-24 में 220/132/33 केवी (486 एमवीए) क्षमता का विद्युत सबस्टेशन निर्माणाधीन है।
  • सेक्टर-18 में 220/132 केवी (180 एमवीए) क्षमता का विद्युत सबस्टेशन निर्माणाधीन है।
  • सेक्टर-28 में 220/132 क्षमता का विद्युत सबस्टेशन प्रस्तावित है।
पावर ग्रिड लाइन
  • सरकार 2 ट्रांसमिशन लाइनों की स्थापना की प्रक्रिया में है।
जल
  • दयानतपुर डिस्ट्रीब्यूटरी के माध्यम से जल उपलब्धता।
  • दयानतपुर डिस्ट्रीब्यूटरी पर रेगुलेटर बनाया गया है।
  • सेक्टर-29 में एसटीपी और दयानतपुर डिस्ट्रीब्यूटरी के माध्यम से निर्माण के लिए जल।
  • 365 दिन 24x7 निर्बाध जलापूर्ति के लिए 8 एमएलडी क्षमता के दो वर्षा कुओं का प्रस्ताव है।
अपशिष्ट प्रबंधन
  • औद्योगिक सेक्टर-29 (सेक्टर 10 से 2.5 किमी) के पास 60 एमएलडी क्षमता का एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) निर्माणाधीन है। सेमीकंडक्टर एवं EMC सेक्टर में कॉमन ईटीपी प्रस्तावित है। औद्योगिक क्षेत्र में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (SWM) प्रस्तावित है।

नीतियां एवं योजनाएं

उत्तर प्रदेश को सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र के केंद्र के रूप में स्थापित करना

चिप निर्माण में सहायता के लिए पात्रता मानदंड भारत सरकार द्वारा भारत सेमीकंडक्टर मिशन की निम्नलिखित योजनाओं के अंतर्गत परियोजनाएं:

  • भारत में सेमीकंडक्टर एवं डिस्प्ले फैब्स की स्थापना।
  • भारत में कम्पाउंड सेमीकंडक्टर/सिलिकॉन फोटोनिक्स सेंसर फैब और सेमीकंडक्टर ATMP/OSAT सुविधाओं की स्थापना।
  • पूंजीगत सब्सिडी: भारत सरकार द्वारा अनुमोदित पूंजीगत सब्सिडी पर 50% अतिरिक्त पूंजीगत सब्सिडी
  • ब्याज सब्सिडी: ₹200 करोड़ तक के निवेश वाली इकाइयों के लिए 5% प्रति वर्ष, 7 वर्षों के लिए प्रति इकाई अधिकतम सीमा ₹1 करोड़ प्रति वर्ष
  • कम्पाउंड सेमीकंडक्टर/सिलिकॉन फोटोनिक्स सेंसर फैब और सेमीकंडक्टर ATMP/OSAT सुविधाओं के लिए भूमि सब्सिडी: राज्य सरकार की संस्थाओं से खरीदी गई प्रथम 200 एकड़ भूमि पर 75% सब्सिडी तथा इकाई/अनुषांगिक इकाइयों के लिए अतिरिक्त भूमि की खरीद पर 30% सब्सिडी।
  • स्टाम्प ड्यूटी में छूट: भूमि की खरीद/पट्टे पर 100% छूट।
  • इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी में छूट: 10 वर्षों के लिए इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी पर 100% छूट।
  • दोहरी विद्युत ग्रिड व्यवस्था (FAB इकाइयां) जिसमें राज्य सरकार एक ग्रिड (दोनों में से निम्न) की लागत की प्रतिपूर्ति करेगी, जबकि दूसरे ग्रिड की लागत निवेशक द्वारा वहन की जाएगी।
  • ट्रांसमिशन एवं व्हीलिंग शुल्क में छूट: 25 वर्षों के लिए राज्यान्तरिक विद्युत खरीद के लिए व्हीलिंग शुल्क/ट्रांसमिशन शुल्क पर 50% की छूट।
  • कौशल एवं प्रशिक्षण हेतु सहायता: फ़ैकल्टी प्रशिक्षण, तकनीकी कार्यशालाओं, जागरूकता कार्यक्रमों और विशेषज्ञ व्याख्यानों के लिए 5 वर्षों के लिए ₹60 लाख प्रति वर्ष तक (कुल ₹3 करोड़)।
  • मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना के अंतर्गत प्रति वर्ष 500 छात्रों को 5 वर्षों के लिए प्रति छात्र ₹ 20,000 की इंटर्नशिप सहायता। 12 माह हेतु विश्वस्तरीय प्रतिभाओं को नियुक्त करने के लिए प्रति यूनिट ₹1 करोड़ तक की एकमुश्त सहायता।
  • स्टैंडअलोन RSD केंद्र: स्थापना लागत के 25% की प्रतिपूर्ति, अधिकतम ₹10 करोड़, शर्तों के अधीन।
  • उत्कृष्टता केंद्र (CoE) की स्थापना हेतु सहायता: उत्कृष्टता केंद्र परियोजना की कुल लागत का 50% तक (अधिकतम ₹10 करोड़) उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। अनुसंधान एवं विकास केंद्र या CoE स्थापित करने के लिए सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने का विकल्प।
  • पेटेंट पंजीकरण शुल्क की 75% की दर से प्रतिपूर्ति, घरेलू पेटेंट के लिए अधिकतम ₹10 लाख और अंतर्राष्ट्रीय पेटेंट के लिए ₹20 लाख तक।
  • औद्योगिक आवासों के विकास हेतु सहायता: श्रमिकों के आवास के विकास की लागत का 10% (इकाई परिसर के 10 किमी के दायरे में) या ₹10 करोड़, जो भी कम हो, 7 समान वार्षिक किस्तों में प्रदान किया जाएगा।

निवेश के प्रमुख अवसर

  • इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर (इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर) मोबाइल विनिर्माण, कंज़्यूमर ड्यूरेबल्स, ड्रोन, सेमीकंडक्टर (FAB), डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स, रोबोटिक्स, IoT आदि पर केंद्रित

  • सेमीकंडक्टर डिजाइन - - एम्बेडेड सॉफ्टवेयर विकास, VLSI डिजाइन और हार्डवेयर/बोर्ड डिजाइन

  • ई.एस.डी.एम. और ऑटो हब के भीतर सेमीकंडक्टर वेफर फैब्रिकेशन विनिर्माण, लाइट एमिटिंग डायोड (LED) विनिर्माण और लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले (LCD) विनिर्माण

 निवेश सारथी निवेश मित्रा