हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग  |  इन्वेस्ट यूपी की आधिकारिक वेबसाइट, उत्तर प्रदेश सरकार, भारत

सेक्टर

हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग

त्वरित मेनू

भारत में परिदृश्य

  • टेक्सटाइल सेक्टर हेतु ऑटोमेटिक रूट के अंतर्गत 100% तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति है।
  • अधिक जानकारी हेतु कृपया भारत सरकार की एफडीआई नीति देखें
  • वित्तीय वर्ष 2021-22 में भारत का कपड़ा निर्यात अब तक का सर्वाधिक रहा, जो $44 बिलियन से भी अधिक था
  • भारत विश्व में सबसे बड़ा कपास उत्पादक (23%) है तथा कपास की खेती के अंतर्गत सबसे अधिक क्षेत्र (वैश्विक क्षेत्रफल का 39%) है। लगभग 65 लाख किसानों की आजीविका को स्थिरता प्रदान करने में कपास की प्रमुख भूमिका है।
  • वर्ष 2022 में भारतीय टेक्सटाइल तथा परिधान बाजार लगभग $165 बिलियन अनुमानित है, जिसमें घरेलू बाजार $125 बिलियन तथा निर्यात का योगदान $40 बिलियन है।
  • वर्ष 2030 में इस उद्योग का आकार 10% चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर $350 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान है।
  • विश्व में कपास के सबसे बड़े उपभोक्ताओं तथा उत्पादकों में से एक
  • विश्व में पीपीई का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता तथा पॉलिएस्टर, रेशम एवं फाइबर का उत्पादक
  • कृषि के बाद भारत में दूसरा सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता

उत्तर प्रदेश में परिदृश्य

  • उत्तर प्रदेश, भारत में फेब्रिक का तीसरा सबसे बड़ा निर्माता है, जो कुल उत्पादन का लगभग 13% उत्पादन करता है।
  • उत्तर प्रदेश में परिधान तथा टेक्सटाइल से लगभग 15 लाख रोजगार सृजित होते हैं।
  • भारत में हस्तनिर्मित कालीनों, चिकनकारी तथा रेशमी साड़ियों के प्रमुख क्लस्टर आगरा, मिर्जापुर, लखनऊ तथा भदोही में स्थित हैं।
  • उत्तर प्रदेश में लगभग 1.99 लाख हथकरघा बुनकर तथा लगभग 5 लाख पावरलूम बुनकर हैं।
  • उत्तर प्रदेश अपनी कालीनों के लिए प्रसिद्ध है। भारत के कालीन उत्पादन में भी राज्य का योगदान लगभग 90% है।
  • निफ्ट रायबरेली, उत्तर प्रदेश वस्त्रोद्योग प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर तथा भारतीय परिधान प्रौद्योगिकी संस्थान, वाराणसी जैसे प्रमुख संस्थान हैं।

प्रमुख कंपनियां

उल्लेखनीय प्रगति

मूल्य श्रृंखला संभावना
(अनुसंधान एवं विकास) आधार
  • टेक्निकल टेक्सटाइल्स: उच्च विकास क्षमता वाले टेक्निकल टेक्सटाइल्स में स्पोर्ट्स टेक, ऑटोमोटिव टेक्सटाइल, पैकेजिंग तकनीक तथा औद्योगिक तकनीक सम्मिलित हैं
  • होम टेक्सटाइल: राज्य में चमड़े के सुदृढ़ आधार के कारण उच्च संभावनाएं हैं। शीर्ष उत्पादों में बेड लिनेन, बाथ लिनेन तथा फ्लोर टेक्सटाइल सम्मिलित हैं
  • रेशम उत्पादन: रेशम उत्पादन तथा वाराणसी जैसे रेशम क्लस्टरों पर केंद्रित है, इसका आयात भारत के कुल फाइबर आयात का 7% है
आयात प्रतिस्थापन के
अवसर

संभावित उत्पादों में ट्राउज़र/बिब्स, ड्रेस पैटर्न, शर्ट, कंबल, यात्रा-दरी आदि सम्मिलित हैं।

एकीकृत टेक्सटाइल
पार्क (पीएम मित्र)

लखनऊ तथा हरदोई (1,000 एकड़)

रेशम विनिमय परियोजना

व्यापारियों तथा साड़ी निर्माताओं को उचित मूल्य पर रेशम की त्वरित उपलब्धता की सुविधा प्रदान करने हेतु वाराणसी में इसकी स्थापना की जाएगी।

नीतियां एवं योजनाएं

पूंजीगत सब्सिडी: संयंत्र एवं मशीनरी के क्रय पर किए गए निवेश की 25 प्रतिशत पूंजीगत सब्सिडी उन टेक्सटाइल एवं परिधान इकाइयों को दी जाएगी, जो न्यूनतम 50 लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। पूर्वांचल तथा बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थापित इकाइयों को 10 प्रतिशत की अतिरिक्त पूंजीगत सब्सिडी प्रतिपूर्ति प्रदान की जाएगी।
स्टाम्प ड्यूटी में छूट : उत्तर प्रदेश में स्थापित होने वाली टेक्सटाइल एवं गारमेंटिंग इकाइयों (गौतम बुद्ध नगर जनपद को छोड़कर) को स्टाम्प ड्यूटी में 100% छूट प्राप्त होगी। गौतम बुद्ध नगर जनपद में स्टाम्प ड्यूटी में 75% छूट दी जाएगी।
इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी में छूट: नवीन टेक्सटाइल एवं परिधान इकाइयों को 10 वर्ष की अवधि हेतु इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी में 100% छूट दी जाएगी।
अवस्थापना हेतु सब्सिडी: स्वयं के उपयोगार्थ अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु परियोजना लागत का 50% सब्सिडी, जैसे (i) सड़क, (ii) ड्रेनेज तथा जलापूर्ति, (iii) विद्युत आपूर्ति (पावर लाइन, ट्रांसफार्मर, आदि) अधिकतम ₹3 करोड़ प्रति यूनिट तक एवं अपशिष्ट उपचार संयंत्र (ईटीपी) तथा डीजी सेट की स्थापना हेतु प्रत्येक इकाई हेतु अधिकतम ₹5 करोड़ की सीमा के अधीन परियोजना लागत के 50% की सब्सिडी।
संयंत्र एवं मशीनरी पर ब्याज सब्सिडी: संयंत्र तथा मशीनरी हेतु लिए गए ऋण पर भुगतान की गई वार्षिक ब्याज राशि का 60% प्रतिपूर्ति (अधिकतम 07 वर्ष की अवधि के लिए)।
फ्रेट (माल ढुलाई) प्रतिपूर्ति: 5 वर्षों हेतु इकाई से बंदरगाह तक फ्रेट लागत के 75% तक प्रतिपूर्ति।
रोजगार सृजन सब्सिडी: गौतम बुद्ध नगर तथा गाजियाबाद को छोड़कर सभी जनपदों में मेगा तथा सुपर मेगा गारमेंटिंग इकाइयों को 05 वर्ष की अवधि हेतु प्रति श्रमिक ₹3,200 प्रति माह की रोजगार सृजन सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
भूमि लागत सब्सिडी: सरकारी एजेंसियों से प्रत्यक्ष रूप से भूमि क्रय करने वाले निवेशकों को भूमि लागत के 25% की सब्सिडी प्रतिपूर्ति की जाएगी। गौतमबुद्ध नगर जनपद में यह सब्सिडी भूमि लागत का 15% होगा।

निवेश के प्रमुख अवसर

  • पीएम मित्र पार्क

    लखनऊ तथा हरदोई में 1,000 एकड़ से अधिक सेक्टर में आगामी पीएम मित्र पार्क - एक ही स्थान पर कताई, बुनाई, प्रसंस्करण/रंगाई तथा छपाई से लेकर परिधान विनिर्माण तक एकीकृत टेक्सटाइल मूल्य श्रृंखला के सृजन का अवसर प्रदान करता है।

  • फाइबर उत्पादन

    मानव निर्मित फाइबर तथा फिलामेंट विनिर्माण हेतु इकाइयों की स्थापना।

  • टेक्निकल टेक्सटाइल्स

    निर्माण, परिवहन, कृषि, चिकित्सा, स्वच्छता, मोटर वाहन, पैकेजिंग तथा खेल तकनीक उद्योगों की आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु इकाइयों की स्थापना।

  • होम टेक्सटाइल्स

    फैशन सहायक उपकरण, बेड लिनेन, बाथ लिनेन, फ्लोर टेक्सटाइल, कालीन, असबाब कपड़े आदि के उत्पादन हेतु इकाइयों की स्थापना।

  • कालीन विनिर्माण

    हस्त-निर्मित कालीनों एवं अन्य फर्श कवरिंग की विभिन्न इकाइयों की स्थापना।

  • रेशम क्लस्टर

    रेशम उत्पादन को प्रोत्साहित करने हेतु अनुसंधान संस्थानों की स्थापना।

  • एकीकृत टेक्सटाइल एवं परिधान पार्क

    कताई, बुनाई तथा परिधान इकाइयों हेतु उच्च स्वचालन के साथ निजी वस्त्रोद्योग की स्थापना।

  • परिधान विनिर्माण

    वैश्विक परिधान उद्योग हेतु मूल्य श्रृंखलाओं की स्थापना।

  • मल्टी-ब्रांड खुदरा व्यापार

    संयुक्त उद्यमों के माध्यम से मल्टी-ब्रांड खुदरा व्यापार।

  • वस्त्र अनुसंधान एवं विकास केंद्र

    डिजाइन स्टूडियो तथा प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना।

 निवेश सारथी निवेश मित्रा